Description
हृदय संबंधित सभी रोगों का नाश करता है आहार विहार और अधिक तीव्र औषधीय तथा अधिकतर घनिष्ठ भोजन के सेवन से उधार में वायु का संचय हो जाता है और वह गैस का रूप धारण कर लेती है गैस के कारण घबराहट और दिल की धड़कन अधिक होने लगती है यहां तक की स्वास्थ्य भी कठिनाई से आता है कभी-कभी गैस के अतिरिक्त स्वतंत्र रूप से भी यह रोग हो जाता है इस रोग में मिश्री के साथ इस घृत का उपयोग से एवं ऊपर से दूध पिलाने से शीघ्र लाभ होता है और हृदय की क्रिया व्यवस्थित रूप से होने लगती है
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